बुधवार, 23 मार्च 2022

पूनम झा सुधाक कहल ५ टा गजल

लोकक त' किरदानी देखि क्षुब्ध छी
ओकर त' शैतानी देखि क्षुब्ध छी
    
जकरे म' पूरा विस्वास भेल छल         
तकरो त' मनमानी देखि क्षुब्ध छी
    
साओन भादो सन आँखि भेल अछि
झूठे क' फिरशानी देखि क्षुब्ध छी
   
अप्पन कहाँ बुझलक आन मानए
सत्ते म' दरबानी देखि क्षुब्ध छी 
   
जकरा त' नहि भेटल नेह मायकेँ       
ओकर पहलवानी देखि क्षुब्ध छी 
   
दुनिया म' गप्पी खूबे घुमय बुझू
अपनो क' बइमानी देखि क्षुब्ध छी  
         
मात्राक्रम - 2212-2221-212

दुनू आँखि हमर आब कमला धार भेल अछि
जिनगी काटब त' बुझू हमर पहाड़ भेल अछि
  
नहि आस अछि ने कनियो आब विस्वास रहल 
देखू न सौँसे रावणक संसार भेल अछि

झूठ धोखा बइमानी देखि मनमे सभहक
देखू सभटा एतय आ देखार भेल अछि
         
हमरे किए डँसै छै से नहि जानि सभकियो
देखियौ आब केना अत्याचार भेल अछि
  
निर्दोष छलहुँ हम ओ दोषी कहए हमरा
हमर तनमन त' सत्ते बुझू बिमार भेल अछि 
     
 मात्राक्रम- 22-22-22-22-22-22
(बहरे - मीर पर आधारित छैक )
दूटा अलग-अलग लघु के दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल छैक ।

कनि प्रेमक बात अहाँ जे करितौ प्रिय
 फेर अहींकेँ हृदयमे त' बसितौ प्रिय 
 
छी भोरुक किरण अहाँ हमरा लेखे
हमर चान सनकेँ मुँह त' देखितौ प्रिय 

हमर नस- नसमे अहीं बसल छी सुनू
मान हमर त' कनियो आब रखितौ प्रिय 
     
साँच कहै छी फूसि नहि बूझब अहाँ
बात पुरना हम सभटा बिसरितौ प्रिय 
     
अहींक दर्शन लय आब हमहुँ बेकल
जीत अहींक हम त' हारि मानितौ प्रिय 
 
मात्राक्रम-22-22-22-22-22(ई बहरे -मीर पर आधारित छैक ) दूटा अलग-अलग लघु के दीर्घ मानवाक छूट लेल गेल छैक ।

बात व्यवहार त' हम देखलौं ओकर 
झूठक पियार त' हम देखलौं ओकर
    
विष भरल देखलौं आखर मे सभटा
तेहन विचार त' हम देखलौं ओकर
 
आइ भोरेसँ मोन अछि उदास हमर
 गप्प बेकार त' हम देखलौं ओकर
     
आँखि भरि दिन रहल आइ तीतल बुझू
प्रेम बेपार त' हम देखलौं ओकर 

कर' चाहैत अछि ओ अपन मनमानी
मारै लथार त' हम देखलौं ओकर

मात्राक्रम- 22-22-22-22-22 (ई बहरे-मीर पर आधारित छैक)
दूटा अलग-अलग लघु के दीर्घ मानवाक छूट लेल गेल छैक।

दोषीसँ सभकेँ मेल भेलै
 निर्दोष सभकेँ जेल भेलै
 
अप्पन त'साजिश रचिक'ठकलक
 आनो क' साथे खेल भेलै
 
केयो बिनू पढ़ने त' पासे 
 केयो त' पढ़िकेँ फेल भेलै
 
परदेस मे छैहे त' सभतरि
 गामो म' सभठां सेल भेलै

 महगी त' देखू हद सँ बेसी        
 घीकेँ जकाँ बूझू तेल भेलै 

अनका क' पाँछा छल तबाहे
माँ बेर मे नहि गेल भेलै 
      
    मात्राक्रम- 221-222 -122
   

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